सन्तों ने कहा है कि लालच बुरी बला है
दुनिया में जितनी भी व्याधियां और तनाव हैं, सब धन के कारण है ..........धन को कमाना तो मुश्किल है ही उसे सम्हालना और भी मुश्किल है । रात-रात भर आपको नींद नहीं आती ..कहीं चोर चुरा न ले, कहीं आयकर वाले छापा न मार दें, कहीं कोई गुंडा अपहरण कर के फिरौती न मांगले वगैरह वगैरह ॥ यानी आप पैसों के कारण बहुत दुखी हैं ............आओ आपका दुःख मैं बाँट लूँ .......
अपना सारा तनाव और तनाव की जड़ अपना धन मुझे दे दो............और निश्चिंत हो जाओ ...सुख की नींद सो जाओ .....मैं सब सम्हाल लूँगा...............चोर हमेशा से ही मेरी उपेक्षा करते आए हैं ........आयकर वालों को मैं दिखता नहीं और अपहरणकर्ता मुझे इस लायक ही नहीं समझते .........इसलिए हे भले लोगो, इस सुविधा का लाभ उठाइए । अपना धन दे कर तन-मन का आनन्द भोगिये ..............यह सेवा बिल्कुल नि:शुल्क है ।
जल्दी करें .............ऑफर केवल दिसम्बर 2050 तक ....हा हा हा हा हा हा हा हा
hindi hasyakavi sammelan in mangalore by MRPL
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शानदार, शानदार, शानदार …………………
शानदार और जानदार रहा मंगलूर रिफ़ाइनरी एंड पेट्रोकेमिकल्स लिमिटेड द्वारा
राजभाषा विभाग के तत्वाधान में डॉ बी आर पाल द्वारा आ...
10 years ago
7 comments:
मनुष्य अपने दुःख: स्वंयम ही भोगता हैं !!अत: हे अलबेले दुखी मनुष्यों को उनके हाल पे छोड़ दे!!! विधाता के लेख पर हेरा फेरी न कर |
क्या बात है मियां, लेकिन अगर इतनी रक्म सुन कर इंकमटेकस वाले पीछे पड गये तो????
मुझे शिकायत है
पराया देश
छोटी छोटी बातें
नन्हे मुन्हे
बढिया घटना है।
-Zakir Ali ‘Rajnish’
{ Secretary-TSALIIM & SBAI }
जब वहाँ लोग जमा करें और न संभले आपसे तो यहाँ विदेशों में जमा करने की सुविधा देते हैं, भिजवा देना. :) जितना दूर रहेगा, उतना अधिक सुख!
sach hai ....lekin avadhi bahut kam hai
बहुत ही अच्छी लगी आपकी रचना...
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