रतन सिंह जी शेखावत जितने सुन्दर दिखते हैं
उतना ही अभिनव लिखते हैं । राजस्थान की रत्नगर्भा धरती के
ये उर्जस्वित सपूत एक दिन सीकर नगर में सुबह सुबह
टहल रहे थे । संयोग से मैं भी इनके साथ था। तभी मैंने देखा
एक मासूम सी मुर्गी दौड़ती हुई निकली जिसके पीछे एक
मवाली टाइप मुर्गा पड़ा हुआ था । मुर्गी आगे-आगे , मुर्गा पीछे-पीछे ।
अचानक मुर्गी बेचारी एक वाहन के नीचे आकर तड़पते हुए मर गई ।
मुझे बड़ा दुःख हुआ ।
मैंने कहा - कुंवर साहेब अच्छा नहीं हुआ ।
वे बोले - बहुत अच्छा हुआ ।
मैंने कहा - गरीब मुर्गी की जान चली गई, इसमे अच्छा क्या है ?
वे बोले - जान को मारो गोली , आन को देखो ....ये सीकर की मुर्गी है ,
सीकर की ... यानी राजस्थान की ....इसने अपनी जान दे दी पर
इज्ज़त नहीं दी .............हा हा हा हा हा हा हा हा हा
hindi hasyakavi sammelan in mangalore by MRPL
-
शानदार, शानदार, शानदार …………………
शानदार और जानदार रहा मंगलूर रिफ़ाइनरी एंड पेट्रोकेमिकल्स लिमिटेड द्वारा
राजभाषा विभाग के तत्वाधान में डॉ बी आर पाल द्वारा आ...
10 years ago
24 comments:
Bahut zor daar
badhai ho
Log dhire dhire hansna bhul rahe hain aise me aapka prayas sarahniya hai.
क्या बात है अलबेला जी! कहीं यहाँ के आप ब्लॉग लेखकों की बातें टीवी पर नहीं सुनाईये वरना बाकी हास्य कलाकार भी ब्लॉग लिखने लगेंगे. तब अन्य ब्लॉग लेखक उनको पढेंगे कि अपना लिखेंगे.
दीपक भारतदीप
:)
रामराम.
वाह ! शानदार ।
मवाली टाइप मुर्गा ? वाह क्या बात है, मुर्गो मे भी अब चरित्र बन गया.
चलिये मुर्गी अपनी आन ओर शान बचा गई बहुत बडी बात है :) धन्यवाद
हा...हा हा मजा आ गया .....
ye bhi kamal ka hai......
वाह !!
murge ka kya hua....
mail dekha aapne....
dekhiye dil khush na ho jaye kahna........
इंसानों को इस तरह की मुर्गियों से सबक लेना चाहिए !!! मुरगन रीत सदा चली आई प्राण जाए पर आन ना जाये!! अब मुर्गी पर इससे अच्छी तुकबंदी नहीं हो सकती मेरे से !!
आन बान शान
प्यारा राजस्थान..
पर मुर्गी मरवा के अच्छा नहीं किया..;)
अब तो नया डायलाग आ जायेग।शक्ति कपूर या गुल्लू भैया जैसे शरीफ़ लोगो के चंगुल मे फ़ंसी हिरोईन बोलेगी, मै सीकर की मुर्गी हूं कमीने जान दे दूंगी मगर….…………॥
बहुत खूब !
अब राजस्थान में आन बान शान ही तो बची है खत्री जी |
हा हा!! आन का सवाल है जी!!
हा हा हा....आखिर मुर्गी आन की रक्षा करते हुए एक वीरांगना की मौत मरी!!!!
bahut baDhiyaa!!
Kyaa murgi hai janaab.........
हा...हा....हा...
मज़ेदार
ha ha ha ha ha ha ha ha
बहुत मस्त .....
जान को मारो गोली... :)
हा....हा....हा।,॥ जान देती मगर इज्जत नहीं जाने दी
"जान जाये पर आन ना जाये" सही कहा रतन सिंह जी आपने
Post a Comment