रंगलालजी पचास बच्चों के साथ ट्रेन में यात्रा कर रहे थे ।
नंगलालजी ने मज़ाक में पूछ लिया
- क्या ये सब बच्चे आपके हैं ?
रंगलाल बोले - नहीं भाई,
मैं तो एक कण्डोम कम्पनी का मालिक हूँ ,
ये सब तो हमारे ग्राहकों की शिकायतें हैं
____________________________हा हा हा हा हा हा हा
नंगलालजी ने मज़ाक में पूछ लिया
- क्या ये सब बच्चे आपके हैं ?
रंगलाल बोले - नहीं भाई,
मैं तो एक कण्डोम कम्पनी का मालिक हूँ ,
ये सब तो हमारे ग्राहकों की शिकायतें हैं
____________________________हा हा हा हा हा हा हा
2 comments:
वाह क्या बात है, बहुत सुंदर
हा हा!! बहुत ज्यादा शिकायतें आ रही हैं. :)
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